जिसके अगले शोकर का काम एक दिन पहले ही कराया था सो यात्रा सुखद होनी ही थी
मुझे एन एच 907 पहुचने मे 20 मिनट ही लगे। एन एच पर आते ही बाईक 60 पर आराम से चल रही थी रेणुका धाम जाने के कई रास्ते है पाँवटा - भारपुर से होकर , या नाहन की और से होते हुए । पर मेरे लिए पाँवटा - भारपुर सबसे उपयुक्त था सो मै पाँवटा की और बढ गये। रास्ते मे खिजराबाद से एक 1कि . मी. पहले बोर्ड लगा मिला
चौ. देवी लाल हर्बल पार्क । यह पशिचमी यमुना नहर के किनारे बनाया गया है जो कि हथिनी कुंंड बैराज से निकाली गई है जी ,हाँ वही हथिनी कुंंड बैराज जहाँ से यमुना नदी मे थोडा भी ज्यादा पानी छोड दिया जाये तो न्यूज चैनलो पर हेड लाईन दिखने लगती है कि - यमुना का जल स्तर बढा दिल्ली मे बाढ का खतरा ,जब हथिनी कुंड बैराज मे यमुना का जल स्तर बढ जाता है तो नहरो मे जल आपूर्ति बंद करके सारा पानी यमुना नदी मे छोड दिया जाता है जो आगे बाढ का रुप धारण कर लेता है
खिदराबाद से आगे निकलकर हम पेट्रोल डलवाने के लिए पेट्रोल पंप पर रुके मैने 200 ₹ दिए कि 200 का तेल डाल दे तो पट्ठे ने 2 लीटर डाल के मशीन रोक दी और उसका दुसरा साथी मेरे को बातो मे उलझाने सा लगा ।पट्ठा बोलता डल गया जी मैने मीटर देख के बोला बकाया दो बोलता बकाया कैसा सर मखा 200 का बकाया .तेल तो तूने दो लीटर ही पाया हडबडा के बोलता यार, मुझे 2 के आगे 00 दिखा तो लगा कि दो सौ का हो गया ये नी देखा कि मै लीटर वाला मीटर देख रहा हुँ तो तभी पट्ठे ने बकाया 58₹ की जगह 60 का तेल डाल दिया मैने भी सुबह सुबह अपना मुड खराब नी करना चाहता था सो निकल गया पर क्या पता दिन मे कितनो को इस तरह से बेवकूफ बनाते होगे
यह सब चाल होती है इनकी टांका लगाने की। क्या पता जल्दबाजी मे कई लोग इनकी चाल मे फँस भी जाते होगे ।
खैर हम आगै बढ गये आगे हाईवे से एक छोटी सडक हथिनी कुंड बैराज को चली जाती है दूरी है 2 कि. मी. और यही से कलेसर नेशनल पार्क शुरु हो जाता है। एन एच पर आगे सडक के साथ श्री कालेश्वर महादेव मठ है इसके बारे मे कहाँ जाता है कि पुरे विश्व मे इस तरह के कुल 12 मठ है।
कुछ दूर आगे चलकर कलेसर वन्य जीव अभ्यारण्य है यहाँ जंगल मे लाल जंगली र्मुगा, लैर्पड हाथी आदि के साथ साथ पक्षी प्रेमियो के लिए अच्छी जगह है व विभाग की तरफ से जंगल सफारी का भी प्रंबध है। सडक नेशनल पार्क के बीचो-बीच वह ज्यादातर सीधी बनी हुई है नेशनल पार्क मे रोड किनारे बंदरो की भरमार है यातायात बहुत कम है पुरा नेशनल पार्क शिवालिक की पहाडियो मे है
रोड की उच्चतम ऊँचाई पर हरियाणा - हिमाचल प्रदेश का र्बाडर है ऊँचाई है 514 मीटर बाइक आसानी से पार कर गई और हिमाचल प्रदेश मे दाखिल हो गये । तराई आते ही बाइक बंद कर दी पर ऐसा करने से बाईक अनियत्रिंत हो सकती है समतल सडक पर पहुचते ही हिमाचल प्रदेश का टौल टैक्स है जहाँ पर बडे वाहनो से ही टैक्स लिया जाता है पुरे रास्ते के दाये तरफ कुछ दूरी पर यमुना बहती रहती है
पाँवटा से 3 किमी. पहले बाईपास से हम एन एच 7 ( अंबाला- देहरादून- ऋषिकेश ) पे बाई तरफ मुड गये । दाए जाने वाली सडक पाँवटा से होकर यमुना पार करते ही उत्तराखंड मे प्रवेश कर जाती है पाँवटा मे यमुना किनारे प्रसिद्ध गुरुद्वारा भी है एन एच 7 पर 13 किमी. की दूरी तय करके हम दायी और भारपुर गाँव की और मुड गये 3 किमी. से.आगे चढाई शुरु हो जाती है ऊँचाई 444 मी. से 1084 मी. व दूरी 12 कि मी सिंगल लाईन सडक वनी हुई है रास्ते मे इक्का दुक्का ही वाहन मिलते है पाँवटा से रेणुका जी तक बस सर्विस भी है।
साहिल का पहाडो का पहला अनुभव था तो उसे ये पहाड भी काफी बडे लग रहे थे। और दूसरी तरफ की खाई को देखकर वो खबरा भी रहा था बीच मे बस एक - दो जगह फोटो लेने के लिए रुके। फिर भी 12 किमी. की चढाई मे 40 मिनट लग गये।
हिमाचल के अन्य स्थानो की भांति यह स्थल पर्यटको के बीच उतना पापुलर नही है पर खुबसूरती अन्य स्थलो की जैसी है पुरा रास्ता प्रकृतिक नजारो से भरा पडा है ऊँचे ऊँचे पहाड टेढी -मेढी सडके
पता नही कौन सा गाँव.था नाम याद ना रहा है वहाँ से एक सडक सीधी नाहन की और चली जाती है । और एक नीचे की और रेणुका जी की तरफ चला जाता है वहाँ एक साईन बोर्ड पर दूरी भी दिखाई गयी है- माता रेणुका जी -12 किमी. और बाईक तराई की और जाने बढ गई। 8 बज गये है धुप भी तेज हो गयी है और तराई वाली सडक काफी खस्ताहाल है बल्कि सडक की जगह रोडी वाला कच्चा रास्ता है पर जो सडक नाहन से होकर रेणुका जाती है वह काफी अच्छी बनी हुई है। बसे भी उसी रास्ते से होकर जाती है ऊपर से गिर नदी पर बना ल दिख रहा है
यह पुल इस सडक को ददाहू ( रेणुका ) से जोडता है |
Bahut hi sundr!! Pics b achi h or Dholpur se nya rasta bhi pta lga amuman hum nahan se jate the,or ye kul Devi ka Nam lekr Renuka ji wala idea thoda shrart bhra tha hahaha..likhte rhiye ..ol th best !!!
ReplyDeleteथैक्यू जी
DeleteExplore new places which are lesser known to people.🤗🤗
ReplyDeleteजी
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