मेला कपालमोचन का यात्रा भम्रण
बहुत दिन से ये पोस्ट लिखी पङी थी और प्रकाशित करने का बिल्कुल भी मन नही था कारण भी कुछ नही था बार बार मन में आ रहा था कि भारत भर में बहुत सारे मेले आयोजित किये जाते हैं। और ये हजारों लाखों कि सख्या में लगते हैं। और तेरे इस लिखे हुए में कौन पढेगा ....????? अरे तेरी ये जोे अब तक पोस्ट प्रकाशित हूई हैं। सारी की सारी यही आस पास के स्थानो की ही तो हैं। और ऊपर से तेरी लिखावट में इतनी सारी अशुद्धियाँ ...... चल इतने सब तक भी सब ठीक है. .... सबसे बङी कमी तो मेरी खुद की ही हैं। मै खुद सबके साथ घुल मिल नही पाता .... संदीप पंवार भाई साहब नें एक वास्टऐप ग्रुप बनाया है। बहुत सें मित्रो का पता चला। एक से बढकर एक धुमक्कङ